शिक्षकों की टीईटी अनिवार्यता का मुद्दा सांसद ने लोकसभा में उठाया
इटावा, संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता का मुद्दा सांसद जितेंद्र दोहरे ने शुक्रवार को लोकसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि इसे लेकर शिक्षकों की नौकरी पर खतरा उत्पन्न हो गया है और यह उचित नहीं है।
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इससे शिक्षक परेशान हैं। सांसद जितेंद्र दोहरे ने कहा कि टीईटी लागू होने से पहले जिन शिक्षकों की नियुक्ति हुई है उनसे भी कहा जा रहा है कि वह 2 साल के अंदर टीईटी करें अन्यथा अनिवार्य सेवानिवृत्ती दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जब इन शिक्षकों को नौकरी में भर्ती किया गया था उसे समय जो भी योग्यता निर्धारित थी, वह योग्यता यह शिक्षक पूरी करते थे, इसी आधार पर इन्हें नौकरी दी गई।
अब टीईटी की अनिवार्यता का जो आदेश किया गया है उससे शिक्षकों की नौकरी पर खतरा उत्पन्न हो गया है और शिक्षक परेशान हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को राहत दी जानी चाहिए। जिन शिक्षकों की नियुक्ति टीईटी लागू होने से पहले कर दी गई है, उन पर टीईटी करने की अनिवार्यता नहीं लगाई जानी चाहिए। सांसद ने कहा कि शिक्षक बच्चों को ज्ञान देकर उन्हें सुयोग्य बनाते हैं और उन्हें इस तरह से परेशान किया जा रहा है।
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