यूपी बोर्ड : अब एप से अपलोड होंगे इंटर के प्रैक्टिकल नंबर
आजमगढ़, संवाददाता। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षा में इस बार परीक्षकों को प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक मोबाइल से यूपी एमएसपी एप के माध्यम से अपलोड करना होगा।
यह एप विद्यालय परिधि के दो सौ मीटर के दायरे में ही काम करेगा। यूपी बोर्ड की ओर से पिछले वर्ष ही इस एप को तैयार कर लिया गया था, लेकिन इस बार से इसे लागू किया जा रहा है। एप की मदद से परीक्षक प्रत्येक छात्र के अंक परीक्षा के तत्काल बाद ही दर्ज कर सकेंगे। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और बाद में अंकों में फेरबदल की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी।
| UP BOARD PRACTICAL EXAM |
पहले प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान परीक्षक आईबी 234 फार्म पर प्रायोगिक परीक्षा के अंक भरकर बोर्ड को भेजते थे। बोर्ड द्वारा इन अंकों को अंतिम परीक्षा परिणाम में जोड़ा जाता था। प्रयोगात्मक परीक्षा को लेकर कई तरह के आरोप भी लगते रहते थे। बिना विद्यालय पहुंचे प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक परीक्षकों द्वारा देने की बातें भी सामने आती रहती थीं। यूपी बोर्ड के निर्देशानुसार विद्यालयों में प्रयोगात्मक परीक्षा बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले कराई जाएगी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मुख्य परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हो रही हैं। जबकि प्रैक्टिकल परीक्षाएं जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह तक पूरी कर ली जाएंगी। विभाग के अनुसार एप में लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम भी जोड़ा गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि परीक्षक परीक्षा केंद्र पर मौजूद रहकर ही अंक दर्ज कर रहे हैं। एप ऑफलाइन मोड में भी कार्य करेगा और दो सौ मीटर की सीमा के भीतर डाटा स्वत: सर्वर पर अपलोड हो जाएगा। सीसीटीवी की निगरानी में होंगी मौखिक परीक्षाएं इस बार प्रयोगात्मक परीक्षाएं विद्यालयों में सीसीटीवी की निगरानी में होंगी। वहीं, प्रधानाचार्य परीक्षकों द्वारा परीक्षार्थियों से मौखिक परीक्षा लेते समय उनकी वीडियो की रिकार्डिंग भी करेंगे। रिकार्डिंग बोर्ड को भेजी जाएगी। बोर्ड की तरफ से लागू की गई इस नई व्यवस्था से किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका पूरी तरह से दूर हो जाएगी। साथ ही परीक्षकों द्वारा मनमाने तरीके से अंक दिए जाने के आरोपों पर भी पूरी तरह से विराम लग जाएगा। 15 दिसंबर तक अपलोड होगा परीक्षक और केंद्र व्यवस्थापक का डाटा आजमगढ़। वर्ष 2026 की यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर डीआईओएस उपेंद्र कुमार ने सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्रों के लिए केंद्र व्यवस्थापक, बाह्य केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक एवं परीक्षकों का डाटा 15 दिसंबर तक अनिवार्य रूप से पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाए। जिन विद्यालयों द्वारा निर्धारित तिथि तक डाटा अपलोड नहीं किया जाएगा, उनकी जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विद्यालय को योग्य शिक्षकों का विवरण, विषयवार परीक्षक, पर्यवेक्षक एवं केंद्र व्यवस्थापक के नाम ऑनलाइन अपलोड करने हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसे शिक्षक जो विद्यालय छोड़ चुके हैं अथवा दिवंगत हो गए हैं, उनके नाम पोर्टल पर अनिवार्य रूप से डिलीट कर दिए जाएं। नए शिक्षकों का डाटा भरा जाए।
Post a Comment